साज हो तुम
साज हो तुम
आवाज हूँ मै तो
सात सुरो की
सरगम है यह
मधुर मधुर संगीत की
साज हो तुम
आवाज हूँ मैं तो
कलरव करते पझी
हमको ताल दे रहे है
नीड पे बैठे धुन में
गाये साथ दे रहे है
साज हो तुम
आवाज हूँ मैं तो
पानी की बूदों का सरगम
सुन सुन मोर नाचा है
मस्त हवा का झोका आया
मन झूम झूम जाएँ
साज हो तुम
आवाज हूँ मैं तो
इस संगीत की धुन मे
हमने महफिल खूब सजाई
अब तो चलने का दिन आया
होगी मधुर विदाई
साज हो तुम
आवाज हूँ मै तो