साज दोस्ती के
नग्मे दोस्ती के साज़ में गाये नहीं जाते
सबसे रोज मुलाकात यूं की नहीं जाती
यूं तो मिलते है महफ़िल में लोग बहुत
मगर सबको दिल में जगह दी नहीं जाती
कुछ पास रहकर भी याद नहीं आते है
कुछ दूर रह कर भी भूलाये नहीं जाते
बस जाते है कुछ, रूह में इस कदर… के
बिन उनके जिंदगी के लम्हें गुजारे नहीं जाते।
~ Silent Eyes