सागर
🙏 मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹
कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारम्
सदा वसंतम हृदयारविंदे
भवम भवानी सहितं नमामि ||
कर्पूरगौरं-कर्पूर के समान गौर वर्ण वाले।
करुणावतारं- करुणा के जो साक्षात् अवतार हैं।
संसारसारं- समस्त सृष्टि के जो सार हैं।
भुजगेंद्रहारम्- इसका अर्थ है जो सांप को हार के रूप में धारण करते हैं।
सदा वसतं हृदयाविन्दे भवंभावनी सहितं नमामि- इसका अर्थ है कि जो शिव, पार्वती के साथ सदैव मेरे हृदय में निवास करते हैं,उनको मेरा नमन है🙏
✒️📙जीवन की पाठशाला 📖🖋️
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की हम जिनके झूठ का मान रख लेते हैं वो समझते हैं कि हमें बेवक़ूफ़ बना दिया …,
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की सतगुरु- परमात्मा का प्यार एक सागर की तरह है,हम इसकी शुरूआत देख सकते हैं परंतु अंत नहीं …,
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की दो बातों पर नियंत्रण होना जरूरी है-आमदनी पर्याप्त ना हो तो खर्चों पर और जानकारी प्रर्याप्त न हो तो शब्दों पर…,
आखिर में एक ही बात समझ आई की मेहनत का मार्ग सरल तो नहीं होता पर हां सफलता मिलने के बाद जिंदगी को सरल जरूर बना देता है …!
बाकी कल ,खतरा अभी टला नहीं है ,दो गज की दूरी और मास्क 😷 है जरूरी ….सावधान रहिये -सतर्क रहिये -निस्वार्थ नेक कर्म कीजिये -अपने इष्ट -सतगुरु को अपने आप को समर्पित कर दीजिये ….!
🙏सुप्रभात 🌹
आपका दिन शुभ हो
स्वरचित स्वमौलिक
विकास शर्मा'”शिवाया”
🔱जयपुर -राजस्थान 🔱