Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Jun 2023 · 1 min read

सागर-मंथन की तरह, मथो स्वयं को रोज

सागर-मंथन की तरह, मथो स्वयं को रोज।
मन-मानस में पल्लवित, हो तब ज्ञान-सरोज।।

© सीमा अग्रवाल

Language: Hindi
1 Like · 251 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from डॉ.सीमा अग्रवाल
View all
You may also like:
कुंडलिया
कुंडलिया
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
*मित्र हमारा है व्यापारी (बाल कविता)*
*मित्र हमारा है व्यापारी (बाल कविता)*
Ravi Prakash
सच तो आज न हम न तुम हो
सच तो आज न हम न तुम हो
Neeraj Agarwal
बिना साधना के भला,
बिना साधना के भला,
sushil sarna
"मातृत्व"
Dr. Kishan tandon kranti
हमारे मां-बाप की ये अंतिम पीढ़ी है,जिनके संग परिवार की असली
हमारे मां-बाप की ये अंतिम पीढ़ी है,जिनके संग परिवार की असली
पूर्वार्थ
हाइकु: गौ बचाओं.!
हाइकु: गौ बचाओं.!
Prabhudayal Raniwal
ज़िंदगी क्या है ?
ज़िंदगी क्या है ?
Dr fauzia Naseem shad
रस का सम्बन्ध विचार से
रस का सम्बन्ध विचार से
कवि रमेशराज
ख़ालीपन
ख़ालीपन
MEENU SHARMA
घनाक्षरी
घनाक्षरी
surenderpal vaidya
बांध लो बेशक बेड़ियाँ कई,
बांध लो बेशक बेड़ियाँ कई,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आधुनिक टंट्या कहूं या आधुनिक बिरसा कहूं,
आधुनिक टंट्या कहूं या आधुनिक बिरसा कहूं,
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
एक अधूरी सी दास्तान मिलेगी, जिसकी अनकही में तुम खो जाओगे।
एक अधूरी सी दास्तान मिलेगी, जिसकी अनकही में तुम खो जाओगे।
Manisha Manjari
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता -188 से चुने हुए श्रेष्ठ दोहे
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता -188 से चुने हुए श्रेष्ठ दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
साया
साया
Harminder Kaur
कन्या
कन्या
Bodhisatva kastooriya
..
..
*प्रणय*
दीवानगी
दीवानगी
Shyam Sundar Subramanian
भारत के वीर जवान
भारत के वीर जवान
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
हो सके तो मुझे भूल जाओ
हो सके तो मुझे भूल जाओ
Shekhar Chandra Mitra
क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023
क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023
Sandeep Pande
भूल ना था
भूल ना था
भरत कुमार सोलंकी
3641.💐 *पूर्णिका* 💐
3641.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"लोगों की सोच"
Yogendra Chaturwedi
221 2121 1221 212
221 2121 1221 212
SZUBAIR KHAN KHAN
सर्दियों की धूप
सर्दियों की धूप
Vandna Thakur
कर्महीनता
कर्महीनता
Dr.Pratibha Prakash
मनुष्य की पहचान अच्छी मिठी-मिठी बातों से नहीं , अच्छे कर्म स
मनुष्य की पहचान अच्छी मिठी-मिठी बातों से नहीं , अच्छे कर्म स
Raju Gajbhiye
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
Loading...