सांसों की गति तो ___ कविता
सांसो की गति तो_
एक सी ही थी न तुम्हारी और हमारी।
अंतर यहां आया__
मेरे पास मन था तुम्हें धन की बीमारी।।
बहुत कोशिसे कि मैंने ___
तुम्हारा उपचार कराऊं मैं।।
नहीं लिया ट्रीटमेंट तुमने मेरा,
अब तो मेरी भी हिम्मत हारी।।
इस “धन” ने दूर कर दिया हमको।
चाहता हूं फिर भी मैं _ एक हो जाएं हम।
प्रयास अनुनय निरंतर है जारी।।
राजेश व्यास अनुनय