Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Nov 2024 · 1 min read

सांवली लड़की और बेरोजगार लड़के ही जानते हैं कि दुनिया की तान

सांवली लड़की और बेरोजगार लड़के ही जानते हैं कि दुनिया की ताने और दुख दर्द तकलीफ क्या होता है ll

30 Views

You may also like these posts

सोरठौ
सोरठौ
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
#डॉ अरुण कुमार शास्त्री
#डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दुनिया धूल भरी लगती है
दुनिया धूल भरी लगती है
Rambali Mishra
अतुल वरदान है हिंदी, सकल सम्मान है हिंदी।
अतुल वरदान है हिंदी, सकल सम्मान है हिंदी।
Neelam Sharma
इश्क़ में सरेराह चलो,
इश्क़ में सरेराह चलो,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
- गुमसुम लड़का -
- गुमसुम लड़का -
bharat gehlot
नहीं अन्न और जल होगा
नहीं अन्न और जल होगा
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
🙅आम सूचना🙅
🙅आम सूचना🙅
*प्रणय*
संस्कार में झुक जाऊं
संस्कार में झुक जाऊं
Ranjeet kumar patre
घर से निकालकर सड़क पर डाल देते हों
घर से निकालकर सड़क पर डाल देते हों
Keshav kishor Kumar
होगे बहुत ज़हीन, सवालों से घिरोगे
होगे बहुत ज़हीन, सवालों से घिरोगे
Shweta Soni
बेचैनी तब होती है जब ध्यान लक्ष्य से हट जाता है।
बेचैनी तब होती है जब ध्यान लक्ष्य से हट जाता है।
Rj Anand Prajapati
हठ;कितना अंतर।
हठ;कितना अंतर।
Priya princess panwar
4293.💐 *पूर्णिका* 💐
4293.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
विश्व राज की कामना
विश्व राज की कामना
संतोष बरमैया जय
चंचल मन
चंचल मन
Dinesh Kumar Gangwar
Health, is more important than
Health, is more important than
पूर्वार्थ
"सुबह की चाय"
Pushpraj Anant
मैं एक बीबी बहन नहीं
मैं एक बीबी बहन नहीं
MEENU SHARMA
भूलना
भूलना
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
Love Is The Reason Behind.
Love Is The Reason Behind.
Manisha Manjari
*चाहत  का  जादू छाया है*
*चाहत का जादू छाया है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
एक कवि हूँ
एक कवि हूँ
Meera Thakur
"राबता" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
हृदय वीणा हो गया।
हृदय वीणा हो गया।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
"तोड़िए हद की दीवारें"
Dr. Kishan tandon kranti
आभासी दुनिया की मित्रता
आभासी दुनिया की मित्रता
Sudhir srivastava
अन्याय करने से ज्यादा अन्याय सहना बुरा है
अन्याय करने से ज्यादा अन्याय सहना बुरा है
Sonam Puneet Dubey
मित्रता के मूल्यों को ना पहचान सके
मित्रता के मूल्यों को ना पहचान सके
DrLakshman Jha Parimal
शब्दों की आवाज
शब्दों की आवाज
Vivek Pandey
Loading...