सांपरदायिक रंग
इस समय देश में जीने का ये कौन सा ढ़ंग है
कुछ लिखो तो कहते है कि
आप की लेखनी में सांपरदायिक रंग है
पालघर वाली घटना पर सारा देश रोया है
रोज ही देश में कुछ ना कुछ परतिकूल होया है
ये हमारे देश की शातिं किस ने की भंग है
लिख़ो तो कहते हैं कि आप की लेखनी में सांपरदायिक रंग है
वो मेरी बेटी जो रास्ते में चलते चलते मर ग ई
उसे अपने घर ज़ाना था पर ईशवर के घर ग ई
बताईए ज़रा कौन उस बेटी के इंसाफ में उस के संग है
लिखो तो कहते हैं कि आप की लेखनी में सांपरदायिक रंग है
अभी ये हिंदू मुसलमान की कहानी क्यों डाल रहे हो
और दिल में सांपरदायिक भेद क्यो पाल रहे हो
लोकतांतरिक भावना को बरकरार रखिए
बुरा वक्त निकल जाएगा थोड़ा इंतजार रखिए
भगवान गुरूओ अल्लाह का स्मरण करो ज़ो कि हमेशा हमारे संग है।
लिखो तो कहते हैं कि आप की लेखनी में सांपरदायिक रंग है
इस समय देश में जीने का ये कौन सा ढ़ंग है
लिखो तो कहते हैं कि आप की लेखनी में सांपरदायिक रंग है