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25 May 2021 · 1 min read

साँसे उधार की

दिन में नौकरीशुदा आदमी और रातें उधार की।
रटी रटाई स्क्रिप्ट है और हैं बातें उधार की।
है घमंड करता किस बात की रे तूँ,
है उलझनों में तेरा जीवन और साँसे उधार की।
-सिद्धार्थ पाण्डेय

Language: Hindi
Tag: शेर
3 Likes · 283 Views
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