साँख्यकी
उक्त लेख मैं अपने पसंदीदा शिक्षक जिन्होंने हमें जनसंख्या सांख्यकी चक्र ( Demographic cycle ) से अवगत कराया , को समर्पित करता हूँ ।
किसी ज़माने में एक लंबे अरसे तक किसी उम्रदराज़ महिला के लिए मेरी सबसे पसंदीदा तजवीज़ postmenopausal syndrome ( P M S ) हुआ करती थी फिर उसके बाद मेरा तबादला एक ऐसे शहर मैं हो गया जहां मेरे मेरी इस तजवीज़ की धज्जियां उड़ गई और मेरे चकित्सीय ज्ञान के सभी समीकरण फेल हो गए । हुआ यूं कि जब तीन चार महिलाओं में इस तजवीज़ को घोषित करने के कुछ समय बाद वह क्रमशः और 3 या 4 बच्चों की मां बन गयीं । दरअसल इसमें मेरा कोई दोष नहीं था , इसमें सबसे ज्यादा कठिनाई उनकी उम्र की गणना को लेकर होती थी । वे महिलाएं अक्सर कम पढ़ी लिखी या अनपढ़ होती थीं और अपनी उम्र सही नहीं बता पाती थीं , अंत में मैं उनकी बाहरी दिखावट के आधार पर उनकी उम्र का आकलन कर यह बीमारी घोषित करता था । वैसे भी किसी महिला से उसकी उम्र के बारे में बहुत ज़ोर देकर पूछना ज़्यादा व्यक्तिगत और अशोभनीय लग सकता है अतः मैं बहुत गहराई से किसी महिला से उसकी उम्र पता करने में दिलचस्पी नहीं लेता और अगर मैं ऐसा करूं तो मुझे शक रहता है कि शायद इतना पूछने पर भी वह मुझे अपनी सही सही उम्र नहीं बताये गी । परंतु विस्मय तब होता है जब कभी कोई 50 साल की महिला कहे कि मेरी उम्र 25 साल लिख लो तो मैं मन ही मन मुस्कुरा कर उसकी यह तमन्ना पूरी देता हूँ , मैं यह बात भलीभांति जानता हूं कि मेरे लिख देने मात्र से उसकी उम्र नहीं बदलने जा रही , वह उतने साल की ही रहेगी जिसने साल की है । वर्तमान समय में प्रचलित सौंदर्य प्रसाधनों के बढ़ते उपयोग ने हम जैसे डॉक्टरों की लोगों की उम्र एवम उनके रोगों को पहचानने की समस्या और बढ़ा दी है।
एक बार एक महिला जब अपनी उम्र सही सही नहीं बता पा रही थी तो पास खड़े एक बुजुर्ग ने मेरी मदद करने के उद्देश्य से उस महिला से पूछा तुम्हारे कितने बच्चे हैं ?
उसने कहा। ‘ नौ ‘ ।
तब वह बोला डॉक्टर साहब 36 साल लिख लीजिए। चूंकि उस व्यक्ति का अंदाज मेरी नज़र में भी सही था अतः मैंने उससे पूछा आपने इनकी उम्र की इतनी सटीक गणना कैसे कर ली ?
उसने कहा डॉक्टर साहब हमारे यहां यह बहुत आसान है किसी भी महिला की उम्र ज्ञात करने के लिए आप उससे उसके द्वारा जन्म दिए गए बच्चों की संख्या को 2 से गुणा कीजिए और जो उत्तर आए उसमें अट्ठारह और जोड़ दीजिए उदाहरण के लिए इस महिला के 9 बच्चे हैं तो
9 × 2 = 18 .और अब 18 + 18 = 36 साल ।
मैं उसके अनुभव और इस फार्मूले से बहुत प्रभावित हुआ क्योंकि इस शहर की अधिकतर महिलाओं के वैवाहिक जीवन में मासिक धर्म का कोई खास महत्व नहीं होता है । वे अपने प्रजनन काल मे निरन्तर गर्भ धारण अथवा एक शिशु को दूध पिलाने ( lactational amnorrhea ) के समय अवधि के दौरान ही पुनः गर्भधारण की क्षमता रखती हैं ।
यहां पर सामान्यतया एक स्वस्थ्य महिला अपने जीवन काल 16 बच्चों को जन्म देती है । अतः 18 + 32 = 50 साल । और यह 50 वर्ष की उम्र अब मेरी उक्त बीमारी से मेल खाती है । अब यह हाल है कि जब तक कोई मरीज़ा अपने 15 – 16 बच्चे पैदा करने का इतिहास मुझे नहीं बता देती मैं इस तजवीज़ को नहीं बनाता । अक्सर मुझे लगने वाला एक अस्वाभाविक और यहां की महिलाओं के लिए एक स्वाभाविक सा प्रश्न पूछने पर मुझे आपेक्षित उत्तर मिल जाता है ।
वह प्रश्न है कि क्या आपके बच्चे पैदा होने बंद हो गए या अभी हो रहे हैं ?
इस प्रश्न के उत्तर में मुझेअधिकतर उम्र के सही नतीजे को प्राप्त करने में आसानी हुई है ।
लगता है इस जगह की लीला संसार से अलग है यहां की अधिकतर उपजाऊ उम्र की महिलाएं अपने अपने खून के आखिरी कतरे एवं सांस के आखिरी लम्हे तक बच्चा पैदा करने में जुटी रहती हैं । मैं ऐसी परिस्थितियों में जी रही सभी महिलाओं के प्रति सम्मान सद्भावना रखता हूं एवं उनके सुखद एवं स्वस्थ जीवन की ईश्वर से प्रार्थना करता हूं ।