………….सही …….
………….सही …….
सवाल का हर बार जवाब पीछे नहीं होता
ख्वाब देखना नींद में सही नही होता
गम में मुस्कुराना हमेशा नही होता
खुशियों में होठों को सीना सही नही होता
मोहब्बत लफ्जों में बया नही होती
गुस्से में रिश्ता को निभाना सही नही होता
पीठ पीछे शेर जंगल का राजा नही होता
भीगी बिल्ली बनकर रहना भी सही नही होता
जिंदगी मायूसी में काटना जीना नहीं होता
परिंदे के पंख काटना भी सही नही होता
जिंदगी से दोस्ती भी ज्यादा कहाँ होती है
दुश्मनी अपनो से निभाना भी सही नही होता
…………………….
नौशाबा जिलानी सुरिया