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27 Oct 2024 · 1 min read

सही कदम

यदि रचियता है कोई महान गणतिज्ञ
तो मैं कैसे मान लूँ
मेरे सही काम
मुझे ले जायेंगे
गलत मंजिलों पर
यह और बात है कि
सत्य और असत्य
के बीच कि पीड़ा
होती है बड़ी भयावह
और हम
थक जाते हैं
अपनी ही रचना प्रक्रिया में।

ंंंं शशि महाजन

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