सहारा
यह अज़ीब है न !
लोग अर्थी को
कंधा देकर
अपने को धन्य
और पुण्य-पात्र
समझते हैं,
किन्तु ज़िंदा को
कंधा (सहारा) नहीं देंगे !
यह अज़ीब है न !
लोग अर्थी को
कंधा देकर
अपने को धन्य
और पुण्य-पात्र
समझते हैं,
किन्तु ज़िंदा को
कंधा (सहारा) नहीं देंगे !