सहारा जीवन में
दिनांक 6/7/19
बड़ा बेबस शब्द है
सहारा
बूढ़े माता पिता
ढूंढते फिरते
अपनों से सहारा
बच्चों को दे
सहारा
पैरों पर
जब कर
दिया खड़ा
सहारा देने
वाले को
कर दिया
बेसहारा
इतना भी
न करो
सहारे को
मोहताज
बदनाम
इतना दोस्तों
कि विश्वास
उठ जाए
सहारे से
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल