Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Jun 2024 · 1 min read

सहानुभूति

सहानुभूति (पंचचामर छंद)

सहानुभूति दिव्य भावना असीम मान्यता।
सदैव मान्य दिव्य धाम योगिनी मनुष्यता।
अपार धर्म कर्म योग पुण्य क्षेत्र गामिनी।
सदेह कष्ट नाशिनी विराट ब्रह्मवादिनी।
अनन्य भाव सर्व काम्य दर्द क्लेश खण्डनी।
सहर्ष भेद त्यागनी सदैव प्रेम मंडनी।
महान शिष्ट सत्य कृत्य स्नेह स्तुत्य नम्रता।
सहानुभूति भाव है विचार पर्व सभ्यता।

साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।

1 Like · 30 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

प्रत्यावर्तन
प्रत्यावर्तन
Deepesh Dwivedi
* भोर समय की *
* भोर समय की *
surenderpal vaidya
आलस्य परमो धर्मां
आलस्य परमो धर्मां
अमित कुमार
■ आज की बात
■ आज की बात
*प्रणय*
समझ
समझ
मधुसूदन गौतम
*साँसों ने तड़फना कब छोड़ा*
*साँसों ने तड़फना कब छोड़ा*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
प्रतिशोध
प्रतिशोध
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
नफ़रतों के जो शोले........,भड़कने लगे
नफ़रतों के जो शोले........,भड़कने लगे
पंकज परिंदा
भोले भक्त को भूल न जाना रचनाकार अरविंद भारद्वाज
भोले भक्त को भूल न जाना रचनाकार अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
जो लोग दूसरों से जलते हैं,🔥🔥🔥
जो लोग दूसरों से जलते हैं,🔥🔥🔥
SPK Sachin Lodhi
मन मेरे बासंती हो जा
मन मेरे बासंती हो जा
संतोष बरमैया जय
মা কালীর গান (মা কালীকে নিয়ে লেখা গান)
মা কালীর গান (মা কালীকে নিয়ে লেখা গান)
Arghyadeep Chakraborty
चिकने घड़े
चिकने घड़े
ओनिका सेतिया 'अनु '
मोहब्बत पलों में साँसें लेती है, और सजाएं सदियों को मिल जाती है।
मोहब्बत पलों में साँसें लेती है, और सजाएं सदियों को मिल जाती है।
Manisha Manjari
*सच कहने में सौ-सौ घाटे, नहीं हाथ कुछ आता है (हिंदी गजल)*
*सच कहने में सौ-सौ घाटे, नहीं हाथ कुछ आता है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
हर-दिन ,हर-लम्हा,नयी मुस्कान चाहिए।
हर-दिन ,हर-लम्हा,नयी मुस्कान चाहिए।
डॉक्टर रागिनी
साथ बिताए कुछ लम्हे
साथ बिताए कुछ लम्हे
Chitra Bisht
हे माँ अम्बे रानी शेरावाली
हे माँ अम्बे रानी शेरावाली
Basant Bhagawan Roy
Introduction
Introduction
Adha Deshwal
मेरा वोट मेरा अधिकार
मेरा वोट मेरा अधिकार
Rambali Mishra
वस्तुस्थिति
वस्तुस्थिति
Khajan Singh Nain
2675.*पूर्णिका*
2675.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"जिन्दादिली"
Dr. Kishan tandon kranti
मेरा हृदय मेरी डायरी
मेरा हृदय मेरी डायरी
Er.Navaneet R Shandily
इंसानों की इस भीड़ में ही एक इंसान हूँ।
इंसानों की इस भीड़ में ही एक इंसान हूँ।
Ahtesham Ahmad
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
हम तेरे साथ
हम तेरे साथ
Dr fauzia Naseem shad
आओ हिंदी सीखें....
आओ हिंदी सीखें....
गुमनाम 'बाबा'
हार
हार
पूर्वार्थ
#पश्चाताप !
#पश्चाताप !
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
Loading...