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Anoop 'Samar'
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17 Feb 2020 · 1 min read
सहर
टूट जाते हैं जब मेरे हज़ारो ख्वाब!
तब कहीं जा के एक सहर होती हैं!
~अनूप एस.
Language:
Hindi
Tag:
मुक्तक
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