सहमति
✒️?जीवन की पाठशाला ??️
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की जब किसी भी गलत परिस्थिति में हर कोई आपको टाल रहा हो या बेवजह के बहाने बना रहा हो उस वक़्त जो सच्चे ह्रदय से आपका साथ दे -उन्हें कभी भी नहीं भूलना चाहिए …,
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की जरा सोच कर देखिये की लोहे का सरिया बड़ी से बड़ी ईमारत -पुल को सम्हालता है और एक समय बाद जंग लगने पर उसकी हालत ..अब जरा सोचिये आपके 25-50 साल के माता पिता और आज 60-90 साल के झुके कंधे ,लड़खड़ाते कदम ,धुंधला सा देखती आँखें …Kindly respect जिंदगी में सब कुछ मिल जायेगा पर ये जंग खाकर गिर गए तो …
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की कई बार इंसान को उसके सीधेपन और अच्छाई की भी ऐसी सजा मिलती है की वो बेगुनाह होते हुए भी गुनहगार हो जाता है …,
आखिर में एक ही बात समझ आई की किसी भी रिश्ते के टूटने पर जरूरी नहीं की कोई एक गलत ही हो ,कई बार दोनों अपनी अपनी जगह पर सही होते हैं पर आपसी सहमति नहीं बना पाने की वजह से भी रिश्ता छिटक जाता है …!
बाक़ी कल , अपनी दुआओं में याद रखियेगा ?सावधान रहिये-सुरक्षित रहिये ,अपना और अपनों का ध्यान रखिये ,संकट अभी टला नहीं है ,दो गज की दूरी और मास्क ? है जरुरी …!
?सुप्रभात?
स्वरचित एवं स्वमौलिक
“?विकास शर्मा’शिवाया ‘”?
जयपुर-राजस्थान