महाभुजंगप्रयात सवैया
महाभुजंगप्रयात सवैया- यह एक वर्णिक छंद है। इस सवैया के प्रत्येक चरण कुल 24 वर्ण होते हैं। हर एक चरण में ।ऽऽ ×8 (यगण×8) का प्रयोग होता है।
सभी का सहारा कन्हैया हमारा,
सदा भाग्य देखो इसी ने सँवारा।
न डूबा कभी भक्त कोई दुखों में,
सुना ज्ञान गीता सभी को उबारा।
न देरी लगाई सदा दौड़ आया,
दुखी दीन ने है उसे ज्यों पुकारा।
बजा बाँसुरी को रिझाता रहा है,
बना प्राण प्यारा यशोदा दुलारा।।
डाॅ बिपिन पाण्डेय