Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Jul 2022 · 1 min read

बेरोजगार हूँ साहब

सवाल ये हैं कि-
ये सादा हुलिया
खाली जेब
बढ़ी हुई दाढ़ी
उदास चेहरा
माथे पर सिकन
आंखों में आश
जेहन में बहुत से सवाल
लिए क्यों घूमते हो?

जवाब- बेरोजगार हूँ साहब
यही सब कमाया है

-शिvam☺️
©Shivam

2 Likes · 4 Comments · 196 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दीपों की माला
दीपों की माला
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
वफ़ा के ख़ज़ाने खोजने निकला था एक बेवफ़ा,
वफ़ा के ख़ज़ाने खोजने निकला था एक बेवफ़ा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"शौर्य"
Lohit Tamta
I love to vanish like that shooting star.
I love to vanish like that shooting star.
Manisha Manjari
सेवा या भ्रष्टाचार
सेवा या भ्रष्टाचार
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
शुभ दीपावली
शुभ दीपावली
Harsh Malviya
मन, तुम्हें समझना होगा
मन, तुम्हें समझना होगा
Seema gupta,Alwar
..
..
*प्रणय प्रभात*
मैं फूलों पे लिखती हूँ,तारों पे लिखती हूँ
मैं फूलों पे लिखती हूँ,तारों पे लिखती हूँ
Shweta Soni
"मेरी नज्मों में"
Dr. Kishan tandon kranti
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
मज़लूम ज़िंदगानी
मज़लूम ज़िंदगानी
Shyam Sundar Subramanian
फोन नंबर
फोन नंबर
पूर्वार्थ
कह गया
कह गया
sushil sarna
मेरी मां।
मेरी मां।
Taj Mohammad
प्रकृति
प्रकृति
Seema Garg
Shankar Dwivedi (July 21, 1941 – July 27, 1981) was a promin
Shankar Dwivedi (July 21, 1941 – July 27, 1981) was a promin
Shankar Dwivedi (1941-81)
चुप रहनेवाले को कमजोर नहीं समझना चाहिए
चुप रहनेवाले को कमजोर नहीं समझना चाहिए
Meera Thakur
अगर आप हमारी मोहब्बत की कीमत लगाने जाएंगे,
अगर आप हमारी मोहब्बत की कीमत लगाने जाएंगे,
Kanchan Alok Malu
🌸 आशा का दीप 🌸
🌸 आशा का दीप 🌸
Mahima shukla
मुझे मेरी ताक़त का पता नहीं मालूम
मुझे मेरी ताक़त का पता नहीं मालूम
Sonam Puneet Dubey
खूबसूरती एक खूबसूरत एहसास
खूबसूरती एक खूबसूरत एहसास
Dr fauzia Naseem shad
3210.*पूर्णिका*
3210.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चाहत ए मोहब्बत में हम सभी मिलते हैं।
चाहत ए मोहब्बत में हम सभी मिलते हैं।
Neeraj Agarwal
पद्मावती पिक्चर के बहाने
पद्मावती पिक्चर के बहाने
Manju Singh
6. शहर पुराना
6. शहर पुराना
Rajeev Dutta
बघेली कविता -
बघेली कविता -
Priyanshu Kushwaha
"मेरा निस्वार्थ निश्चछल प्रेम"
विकास शुक्ल
তারিখ
তারিখ
Otteri Selvakumar
।।मैं घड़ी हूं।।
।।मैं घड़ी हूं।।
भगवती पारीक 'मनु'
Loading...