सलाम सिल्ला का
सलाम सिल्ला का
बाबा साहब आपको सलाम सिल्ला का।
आपसे है महके सुबह-शाम सिल्ला का।।
आपके संघर्ष से हमे, मिला है तमाम,
आपसे संघर्ष का हमे, मिला है पैगाम,
जानने लगे हैं लोग, नाम सिल्ला का।।
बाबा साहब…….
वंचितों के लिए शिक्षा के द्वारे खोले थे,
शिक्षित, संगठित, संघर्ष के नारे बोले थे,
शिक्षित करना ही है, काम सिल्ला का।।
बाबा साहब…….
कारवाँ यहाँ तक, बाबा साहब ले आए,
इससे आगे कारवाँ को, कौन ले जाए,
सब है तेरा दिया, ताम-झाम सिल्ला का।।
बाबा साहब……..
हम बोलें जय भीम तो फक्र होता है,
हम भीम की टीम हैं, ये जिक्र होता है,
उनका ऋणी रोम-रोम, चाम सिल्ला का।।
बाबा साहब………
पढ-लिख के ‘सिल्ला’ विद्वान कहलाए,
लेता है ये जो वेतन धनवान कहलाए,
भीम ने जो लिया हाथ थाम सिल्ला का।।
बाबा साहब………
-विनोद सिल्ला