सर्वोतम धन प्रेम
सर्वोत्तम धन प्रेम
धन लाखों घर में भारा , बाहर दोस्त अनेक
पर यदि घर में हो कलह , चैन न देंगे एक
चैन न देंगे एक , सादा दुख हम पाएंगे
नहीं बनेगा रक्त , भले कुछ भी खाएंगे
कभी न होगी शांति रहेगा विचलित ही मन
अतः सही है , प्रेम जगत में सर्वोत्तम धन