Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Nov 2024 · 1 min read

सर्द

सर्द रातों की गर्माहट हो तुम
खुशी की खूबसूरत आहट हो तुम
एक नई शुरुआत हुई तुमसे
दिल में खुशियों की सजावट हो तुम

पास तेरे होने का एहसास हो हरदम
आये ना जीवन में एक भी गम
बातों से तेरी हिम्मत मिलती
अपनापन दिल में ना हो कभी कम

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 15 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mamta Rani
View all
You may also like:
"हम किसी से कम नहीं"
Dr. Kishan tandon kranti
कोई पूछे मुझसे
कोई पूछे मुझसे
Swami Ganganiya
जग में उदाहरण
जग में उदाहरण
Dr fauzia Naseem shad
जो दिखाते हैं हम वो जताते नहीं
जो दिखाते हैं हम वो जताते नहीं
Shweta Soni
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
टूटा हुआ ख़्वाब हूॅ॑ मैं
टूटा हुआ ख़्वाब हूॅ॑ मैं
VINOD CHAUHAN
प्रेम
प्रेम
Sanjay ' शून्य'
वह फिर से छोड़ गया है मुझे.....जिसने किसी और      को छोड़कर
वह फिर से छोड़ गया है मुझे.....जिसने किसी और को छोड़कर
Rakesh Singh
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
प्रेम पत्र
प्रेम पत्र
Surinder blackpen
राहों में
राहों में
हिमांशु Kulshrestha
3827.💐 *पूर्णिका* 💐
3827.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
जिंदगी सितार हो गयी
जिंदगी सितार हो गयी
Mamta Rani
आस्था का महापर्व:छठ
आस्था का महापर्व:छठ
manorath maharaj
कोहराम मचा सकते हैं
कोहराम मचा सकते हैं
अरशद रसूल बदायूंनी
बिल्ली पर कविता -विजय कुमार पाण्डेय
बिल्ली पर कविता -विजय कुमार पाण्डेय
Vijay kumar Pandey
गुज़िश्ता साल -नज़्म
गुज़िश्ता साल -नज़्म
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
दोस्ती
दोस्ती
Dr.Pratibha Prakash
अन्तिम स्वीकार ....
अन्तिम स्वीकार ....
sushil sarna
गज़ल
गज़ल
Jai Prakash Srivastav
संत रविदास!
संत रविदास!
Bodhisatva kastooriya
अच्छा स्वस्थ स्वच्छ विचार ही आपको आत्मनिर्भर बनाते है।
अच्छा स्वस्थ स्वच्छ विचार ही आपको आत्मनिर्भर बनाते है।
Rj Anand Prajapati
नर नारी
नर नारी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
आम के छांव
आम के छांव
Santosh kumar Miri
"जगह-जगह पर भीड हो रही है ll
पूर्वार्थ
🙅आज का आभास🙅
🙅आज का आभास🙅
*प्रणय*
ऊंट है नाम मेरा
ऊंट है नाम मेरा
Satish Srijan
मे तुम्हे इज्जत,मान सम्मान,प्यार दे सकता हु
मे तुम्हे इज्जत,मान सम्मान,प्यार दे सकता हु
Ranjeet kumar patre
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
परिवार तक उनकी उपेक्षा करता है
परिवार तक उनकी उपेक्षा करता है
gurudeenverma198
Loading...