Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Jan 2021 · 1 min read

सर्दी

ठंडी है आई
निकालो रजाई
ओ! मेरी माई ।१

धुंध ले आई,
परेशानी बढ़ाई,
खामोशी छाई। २

पीड़ा बढ़ाई,
कोहरे घिर आई,
आफ़त लाई ।३

सूई चुभाई,
पवन पुरवाई,
है हरजाई। ४

नानी बनाई,
गुड़ वाली मिठाई,
सबको भाई।५

दादी लजाई,
हाल कड़कड़ाई,
खाती दवाई।६

चाय बनाई,
मस्त चुस्की लगाई,
आनंद पाई।७

बच्चों को भाई,
बजाते शहनाई,
खुशियाँ पाई।८

छुट्टी जो पाई,
अंग-अंग मुस्काई,
धूम मचाई। ९

है अँगनाई,
मौसम सुखदाई,
सर्दी आई ।

-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली

Language: Hindi
1 Like · 170 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
*समय*
*समय*
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
चाहत है बहुत उनसे कहने में डर लगता हैं
चाहत है बहुत उनसे कहने में डर लगता हैं
Jitendra Chhonkar
देश और जनता~
देश और जनता~
दिनेश एल० "जैहिंद"
■ शुभ महानवमी।।
■ शुभ महानवमी।।
*Author प्रणय प्रभात*
राह पर चलना पथिक अविराम।
राह पर चलना पथिक अविराम।
Anil Mishra Prahari
2599.पूर्णिका
2599.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
मुस्कान
मुस्कान
Neeraj Agarwal
धड़कन धड़कन ( गीत )
धड़कन धड़कन ( गीत )
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
*तुलसी तुम्हें प्रणाम : कुछ दोहे*
*तुलसी तुम्हें प्रणाम : कुछ दोहे*
Ravi Prakash
प्यार है,पावन भी है ।
प्यार है,पावन भी है ।
Dr. Man Mohan Krishna
अलविदा
अलविदा
ruby kumari
दोहा छंद विधान ( दोहा छंद में )
दोहा छंद विधान ( दोहा छंद में )
Subhash Singhai
मुक़द्दर में लिखे जख्म कभी भी नही सूखते
मुक़द्दर में लिखे जख्म कभी भी नही सूखते
Dr Manju Saini
मेरे पास, तेरे हर सवाल का जवाब है
मेरे पास, तेरे हर सवाल का जवाब है
Bhupendra Rawat
मदद
मदद
Dr. Pradeep Kumar Sharma
आप सभी को नववर्ष की हार्दिक अनंत शुभकामनाएँ
आप सभी को नववर्ष की हार्दिक अनंत शुभकामनाएँ
डॉ.सीमा अग्रवाल
होली
होली
Kanchan Khanna
जागो जागो तुम,अपने अधिकारों के लिए
जागो जागो तुम,अपने अधिकारों के लिए
gurudeenverma198
किसी और से इश्क़ दुबारा नहीं होगा
किसी और से इश्क़ दुबारा नहीं होगा
Madhuyanka Raj
सोन चिरैया
सोन चिरैया
Mukta Rashmi
सामाजिक मुद्दों पर आपकी पीड़ा में वृद्धि हुई है, सोशल मीडिया
सामाजिक मुद्दों पर आपकी पीड़ा में वृद्धि हुई है, सोशल मीडिया
Sanjay ' शून्य'
कैलेंडर नया पुराना
कैलेंडर नया पुराना
Dr MusafiR BaithA
सुविचार..
सुविचार..
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
*आस्था*
*आस्था*
Dushyant Kumar
"चलना और रुकना"
Dr. Kishan tandon kranti
अपराह्न का अंशुमान
अपराह्न का अंशुमान
Satish Srijan
जो होता है आज ही होता है
जो होता है आज ही होता है
लक्ष्मी सिंह
* तपन *
* तपन *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
असली नकली
असली नकली
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Loading...