सरस्वती वन्दना
हे ज्ञान की देवी सरस्वती
तुम्हे बारम्बार प्रणाम है
हे हंस वाहिनी जगदम्बे
तरी महिमा अपरम्पार है
तेरी वीणा से जो सुर निकला
संसार को मां संगीत मिला
तेरी वाणी से जो स्वर निकला
हमें ज्ञान का भण्डार मिला
हे ज्ञान की देवी सरस्वती…….
तुम दया की सागर हो मैया
तुमने सारा संसार रचा
तुमने मां सबको ज्ञान दिया
और गीता वेद पुराण दिया
हे ज्ञान की देवी सरस्वती………
है पतझड़ सा मेरा जीवन
मां ज्ञान के फूल खिला देना
अपनी ममता की खुशबू से
मेरा जीवन मां महका देना
बस ज्ञान का रस भर दो मईया
तुम्हे बारम्बार प्रणाम है
हे ज्ञान की देवी सरस्वती………..
रूबी चेतन शुक्ला
अलीगंज
लखनऊ