Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Nov 2023 · 1 min read

सरस्वती वंदना-6

गीतिका
मिला उसे वरदान,शरण जो माँ की आया।
दूर हुआ अज्ञान,तमस की कलुषित छाया।।1

करे साधना सतत,शब्द यति लय छंदों की,
बनता रचनाकार,गीत यदि माँ का गाया।2

त्याग अहम का भाव,समर्पित करके सब कुछ,
काव्य सृजन का ज्ञान,तभी है सबने पाया।3

गिरी भीत की भित्ति,समाया जग का साहस,
लिखकर सच्ची बात,नाम नित खूब कमाया।4

माँ की अनुपम कृपा,मिले हो भावोद्वेलन,
अनायास ही युग्म,भाव से गया सजाया।5

बही अश्रु की धार,हुआ मन गदगद देखो,
आई हंस सवार ,कृपा कर प्यार लुटाया।6

उड़ती मादक गंध,महक से पूरित है मन,
बिपिन शब्द कचनार,देखकर मन हर्षाया।7
डाॅ बिपिन पाण्डेय

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 368 Views

You may also like these posts

वादा करती हूं मै भी साथ रहने का
वादा करती हूं मै भी साथ रहने का
Ram Krishan Rastogi
शुक्रिया
शुक्रिया
MEENU SHARMA
इत्तिफ़ाक़न मिला नहीं होता।
इत्तिफ़ाक़न मिला नहीं होता।
सत्य कुमार प्रेमी
5. इंद्रधनुष
5. इंद्रधनुष
Rajeev Dutta
Ranjeet Kumar Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
हाजीपुर
संवेदना(फूल)
संवेदना(फूल)
Dr. Vaishali Verma
"दिल में झाँकिए"
Dr. Kishan tandon kranti
💞 डॉ अरूण कुमार शास्त्री एक अबोध बालक अरूण अतृप्त 💞
💞 डॉ अरूण कुमार शास्त्री एक अबोध बालक अरूण अतृप्त 💞
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मेरी पावन मधुशाला
मेरी पावन मधुशाला
Rambali Mishra
औरत की अभिलाषा
औरत की अभिलाषा
Rachana
मेरे दिल ❤️ में जितने कोने है,
मेरे दिल ❤️ में जितने कोने है,
शिव प्रताप लोधी
"गंगा मैया"
Shakuntla Agarwal
मिट जाए हर फ़र्क जब अज़ल और हयात में
मिट जाए हर फ़र्क जब अज़ल और हयात में
sushil sarna
4102.💐 *पूर्णिका* 💐
4102.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
*माॅं की चाहत*
*माॅं की चाहत*
Harminder Kaur
"वह मृदुल स्वप्न"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
कुछ बिखरे ख्यालों का मजमा
कुछ बिखरे ख्यालों का मजमा
Dr. Harvinder Singh Bakshi
रणचंडी बन जाओ तुम
रणचंडी बन जाओ तुम
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
सत्य तत्व है जीवन का खोज
सत्य तत्व है जीवन का खोज
Buddha Prakash
शिक्षा ही जीवन है
शिक्षा ही जीवन है
SHAMA PARVEEN
बेइमान जिंदगी से खुशी झपट लिजिए
बेइमान जिंदगी से खुशी झपट लिजिए
नूरफातिमा खातून नूरी
दूरी और प्रेम
दूरी और प्रेम
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
हर चीज से वीरान मैं अब श्मशान बन गया हूँ,
हर चीज से वीरान मैं अब श्मशान बन गया हूँ,
Aditya Prakash
👰🏾‍♀कजरेली👰🏾‍♀
👰🏾‍♀कजरेली👰🏾‍♀
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
"माँ" सम्पूर्ण विज्ञान
पंकज परिंदा
तक़दीर शून्य का जखीरा है
तक़दीर शून्य का जखीरा है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
झुका के सर, खुदा की दर, तड़प के रो दिया मैने
झुका के सर, खुदा की दर, तड़प के रो दिया मैने
Kumar lalit
मस्ती का त्योहार है होली
मस्ती का त्योहार है होली
कवि रमेशराज
राखी की सौगंध
राखी की सौगंध
Dr. Pradeep Kumar Sharma
निंदा और निंदक,प्रशंसा और प्रशंसक से कई गुना बेहतर है क्योंक
निंदा और निंदक,प्रशंसा और प्रशंसक से कई गुना बेहतर है क्योंक
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
Loading...