सरस्वती वंदना
सरस्वती वंदना
हे वीणा वादिनीं मां सरस्वती,
दया दृष्टि मुझपर कीजै,
आई द्वार तुम्हारे मईया
संकट काट समृद्धि दीजै।
हे वीणा वादिनीं…..
छाया है घनघोर अंधेरा,
दिखे न मईया रस्ता तेरा,
मेरे उर में भर प्रकाश
मईया मुझको दर्शन दीजै।
छाया है घनघोर अंधेरा
संकट काट समृद्धि दीजै
हे वीणा वादिनीं मां सरस्वती….
हे हंस वाहिनी वीणापाणी
जग का हर तम हर लीजै,
आई तेरे शरण में माता
हम अम्बुजन विकास कर दीजै।
हे वीणा वादिनीं मां सरस्वती…
हे श्वेत कमल सिंहासनी वर दे,
भवसागर से मैं तर जाऊं,
बल बुद्धि विद्या पाऊं माता,
तेरा भजन ही नित नित गाऊं,
हे वीणा वादिनीं मां सरस्वती।
डॉ कुमुद श्रीवास्तव वर्मा कुमुदिनी लखनऊ