Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Nov 2019 · 1 min read

सरस्वती वंदना

हरिगीतिका छंद
★★★★★★★
हे भारती! तप साधिका विद्या,कला,शुभदायिनी।
हे मात! नत मस्तक नमन है, वंदना नित नंदिनी।

माँ!सौम्य रूपा,चंद्र वदनी,श्वेत वर्णी योगिनी।
है श्वेत सारी में सजी ब्रह्मा सुता सन्यासिनी।
कर में सदा वीणा सुशोभित ,ब्रह्म ज्ञानी पावनी।
हे मात! नत मस्तक नमन है, वंदना नित नंदिनी।

माथे मुकुट है स्वर्ण का शुभ, हस्त पुस्तक धारिणी।
संगीत की देवी! भवानी,मात! मंगलकारिणी।
हर शब्द तेरा गीत तेरा ,भगवती! मनमोहिनी।
हे मात !नत मस्तक नमन है, वंदना नित नंदिनी।

पद्मासना हंसासना,माँ!, मेह प्रिय नित वाहिनी।
माँ !कर कृपा खुश हो हमें वर ,दान दो वरदायिनी।
अपराध सब कर दे क्षमा करुणालया शुभ कामिनी।
हे मात! नत मस्तक नमन है, वंदना नित नंदिनी।
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली

1 Like · 1 Comment · 666 Views
Books from लक्ष्मी सिंह
View all

You may also like these posts

"आजादी की चाह"
Pushpraj Anant
प्रेम पर बलिहारी
प्रेम पर बलिहारी
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
⛅️ Clouds ☁️
⛅️ Clouds ☁️
Dr. Vaishali Verma
"शुभचिन्तक"
Dr. Kishan tandon kranti
तुम हकीकत में वहीं हो जैसी तुम्हारी सोच है।
तुम हकीकत में वहीं हो जैसी तुम्हारी सोच है।
Rj Anand Prajapati
कृष्ण भजन
कृष्ण भजन
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
मेरी …….
मेरी …….
Sangeeta Beniwal
ग़ज़ल _ सर को झुका के देख ।
ग़ज़ल _ सर को झुका के देख ।
Neelofar Khan
महाशिवरात्रि
महाशिवरात्रि
Seema gupta,Alwar
*झगड़ालू जाते जहॉं, झगड़ा करते आम (कुंडलिया)*
*झगड़ालू जाते जहॉं, झगड़ा करते आम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
-प्यार की बहार -
-प्यार की बहार -
bharat gehlot
निराश मन-
निराश मन-
पूर्वार्थ
अस्पताल की विवशता
अस्पताल की विवशता
Rahul Singh
Dr Arun Kumar shastri एक अबोध बालक arun atript
Dr Arun Kumar shastri एक अबोध बालक arun atript
DR ARUN KUMAR SHASTRI
तू उनको पत्थरों से मार डालती है जो तेरे पास भेजे जाते हैं...
तू उनको पत्थरों से मार डालती है जो तेरे पास भेजे जाते हैं...
parvez khan
कविता
कविता
Rambali Mishra
इश्क - इश्क बोल कर
इश्क - इश्क बोल कर
goutam shaw
Good Night
Good Night
*प्रणय*
3545.💐 *पूर्णिका* 💐
3545.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मातृभूमि वंदना
मातृभूमि वंदना
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
कैसे-कैसे दाँव छल ,रखे दिलों में पाल
कैसे-कैसे दाँव छल ,रखे दिलों में पाल
RAMESH SHARMA
डर सा जाता है
डर सा जाता है
Dr fauzia Naseem shad
"मानव-धर्म"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
मुझ पर करो मेहरबानी
मुझ पर करो मेहरबानी
महेश चन्द्र त्रिपाठी
इक टीस जो बाकि है
इक टीस जो बाकि है
डॉ. एकान्त नेगी
***किस दिल की दीवार पे…***
***किस दिल की दीवार पे…***
sushil sarna
२९०८/२०२३
२९०८/२०२३
कार्तिक नितिन शर्मा
रिळमिळ रहणौ
रिळमिळ रहणौ
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
चाय
चाय
Ruchika Rai
এটা আনন্দ
এটা আনন্দ
Otteri Selvakumar
Loading...