सरस्वती वंदना
जोड़ कर हम करें वंदना आपकी
बस बरसती रहे माँ कृपा आपकी
भूल होतीं बहुत हम तो नादान हैं
माँ मगर आपकी ही तो संतान हैं
माँ तो होती नहीं है कुमाता कभी
मिलती रहती तभी है क्षमा आपकी
जोड़ कर हम करें वंदना आपकी
ज्ञान के दीप मन मे जला देना माँ
हर बुरा भाव मन से मिटा देना माँ
अपनी वीणा बजा कर हरो क्लेश हर
गाते हम प्यार से वंदना आपकी
जोड़ कर हम करें वंदना आपकी
मुश्किलें देख कर भी न उनसे डरें
सामना उनका हम हौसलों से करें
देना माँ शारदे शक्ति इतनी हमें
पूरे मन से करें साधना आपकी
जोड़ कर हम करें वंदना आपकी
24-03-2018
डॉ अर्चना गुप्ता