√√सरस्वती वंदना (भक्ति-गीत)
सरस्वती वंदना (भक्ति-गीत)
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वर दो हमें माँ शारदा सब विश्व का कल्याण हो
(1)
सब में उदय हो भावना ,भ्रातृत्व की धारा बहे
सबके हृदय में उच्च प्रेम-प्रवाह नित प्यारा बहे
वसुधा कुटुंब-समान है ,हमको सदा यह ज्ञात हो
अनुभूति सब में एक ही परमात्म ,हम को प्राप्त हो
संपूर्ण धरती एक सुर लय ताल तन मन प्राण हो
वर दो हमें माँ शारदा सब विश्व का कल्याण हो
(2)
नित कर्म हम जो भी करें ,सब में जगत-उत्थान हो
हर कार्य में सबके परम उत्कर्ष ही का भान हो
हम में मनुजता के लिए किंचित न कोई भेद हो
इस सृष्टि में जिसको मिले जो कष्ट ,उसका खेद हो
हरने कलुषता विश्व की सद्भाव-पूर्ण प्रयाण हो
वर दो हमें माँ शारदा ,सब विश्व का कल्याण हो
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रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451