सरफरोशी
जज्बात के कुचल देने से आह नहीं मिटेगी ,
हौंसले बुलंद है गर तो राह नहीं रुकेगी ,
चलेंगे उधर ही जहां ले चलेगा कारवां,
दुश्मनों की साजिशों से भी सरफरोशी की चाह नहीं रुकेगी ।
जज्बात के कुचल देने से आह नहीं मिटेगी ,
हौंसले बुलंद है गर तो राह नहीं रुकेगी ,
चलेंगे उधर ही जहां ले चलेगा कारवां,
दुश्मनों की साजिशों से भी सरफरोशी की चाह नहीं रुकेगी ।