सरगम जिंदगी की
सुंदर हो जायेगी जिंदगी
सासो की बासुरी में सिमटे है
अनजाने अनसुने सुर
बुला रहे है अपनी ओर
बाहे फैलाये हुए
हमे बिना कुछ सोचे,भागकर
चहिये जिंदगी की पगडण्डी को ढूढ़ना
रंग बिरंगा है जीवन
यह श्वेत है और श्याम भी
सरगम जिंदगी की
घुलती है जीवन राग बनकर
संशय का शोर कही उठता
मजबूत है रिश्ते जीवन के
मागते है गर्माहट साथ की
दे दो। मकानों को शक्ल घर की
जीओ ऐसे खुद के पार चले जाओ
बुरे कामो से डरो डरना है यदि
ऐसा कर सके तो खूबसूरत
होगाः हर काम हर अहसास
और सुंदर हो गायेगी जिंदगी अपनी