Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
दिनेश एल० "जैहिंद"
50 Followers
Follow
Report this post
2 Aug 2023 · 1 min read
सरकार~
सरकार~
पहले सरकार जनता के लिए जिती थी और अब वही सरकार जनता से जिती है।
दिनेश एल० “जैहिंद”
Tag:
Quote Writer
Like
Share
157 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
बनी दुलहन अवध नगरी, सियावर राम आए हैं।
डॉ.सीमा अग्रवाल
ପ୍ରାୟଶ୍ଚିତ
Bidyadhar Mantry
শিবকে ভালোবাসি (শিবের গান)
Arghyadeep Chakraborty
बेटी शिक्षा
Dr.Archannaa Mishraa
कोई गुरबत
Dr fauzia Naseem shad
बस यूँ ही...
Neelam Sharma
जीवन हो गए
Suryakant Dwivedi
प्रतीकात्मक संदेश
Shyam Sundar Subramanian
4146.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
!! प्रार्थना !!
Chunnu Lal Gupta
जैसे पतझड़ आते ही कोयले पेड़ की डालियों को छोड़कर चली जाती ह
Rj Anand Prajapati
पैरालंपिक एथलीटों का सर्वोच्च प्रदर्शन
Harminder Kaur
"सच और झूठ धुर विरोधी हो कर भी एक मामले में एक से हैं। दोनों
*प्रणय*
" संविधान "
Dr. Kishan tandon kranti
दोहा
Ravi Prakash
नारी और चुप्पी
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
वो तुम्हारी पसंद को अपना मानता है और
Rekha khichi
इन हवाओं ने भी बहुत ही लंबा सफ़र तय किया है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
****दोस्ती****
Kavita Chouhan
दो पंक्तियां
Vivek saswat Shukla
पुष्प
इंजी. संजय श्रीवास्तव
जब मैसेज और काॅल से जी भर जाता है ,
Manoj Mahato
शिवांश को जन्म दिवस की बधाई
विक्रम कुमार
जिसकी विरासत हिरासत में है,
Sanjay ' शून्य'
एक दो गाना संस्कृत में
मधुसूदन गौतम
बचपन मेरा..!
भवेश
नारी विज्ञान
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दर्द अपना, गिला नहीं कोई।
सत्य कुमार प्रेमी
पहले की औरतों के भी ख़्वाब कई सजते थे,
Ajit Kumar "Karn"
दया के सागरः लोककवि रामचरन गुप्त +रमेशराज
कवि रमेशराज
Loading...