सरकार हमारी बनाओ, मुफ्त वैक्सीन लगाओ!!
अन्नपूर्णा,धन लक्ष्मी जी,
थी जनता को समझा रही,
सरकार हमारी बना दो,
मुफ्त वैक्सीन लगवा लो,
वैक्सीन का मुल्य समझ आ रहा है,
वोट से वैक्सीन का सौदा किया जा रहा है,
यदि वैक्सीन चाहिए,
तो हमें सत्ता में पहुंचाइए!
सिर पीट कर हम पछता रहे,
क्यों नहीं हो रहे हैं चुनाव हमारे,
अब तुम ही कुछ करो,
माननीय विधायकों,
इस सरकार को उखाड़ फेंक दो,
जनता को फिर चुनाव में झोंक दो,
मुफ्त वैक्सीन हमें भी चाहिए,
कैसे भी करके हमें यह लगाइए!
यह तो तुम ही कर सकते हो,
इसके लिए दल बदल कर सकते हो,
माना कि कुछ दिन विधायक नहीं रहोगे,
लेकिन दल बदल करके भी मंत्री, तुम ही बनोगे,
इस तरह सरकार भी नयी बन जाएगी,
और इस नाते हमें वैक्सीन भी मुफ्त लग जाएगी!
हां पता हमें यह भी है,
वैक्सीन अभी तक बनी नहीं है,
पर कभी न कभी तो बन कर आएगी,
तब ही हमको लग जाएगी,
इतना तो सब्र हम कर लेते हैं,
पंद्रह लाख को,छै हजार में भी सहजता से स्वीकार कर लेते हैं,
और यह हमने कर के दिखाया है,
हम पर भरोसा करके आपने कभी धोखा नहीं खाया है,
तब ही तो हमने तुम्हारे दल बदल का बुरा नहीं माना,
तुम जहां भी गए हमने तुम्हें अपना ही जाना,
अब हमारी खातिर तुम यह रिस्क तो ले लो,
हमारे लिए भी मुफ्त वैक्सीन की जोखिम मोल ले लो !!