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18 Oct 2022 · 1 min read

सम्बन्धों की

मन की पीड़ा
मन के भीतर
मूक सी है
कैसी जीवन में
जीवन की
भूख सी है
कोमल मन में
भाव समाहित
ह्रदय पे खिली
कोई धूप सी है
रिश्तों में विफलता
संबंधो की
चूक सी है!

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
14 Likes · 178 Views
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