समेट लो..
तस्वीर लेना भी
ज़रूरी है
आईना, गुज़रे हुए
लम्हे नहीं दिखाता है
समेट लो, हर लम्हे को
जो चला गया
वो मंजर लौट कर
कब आता है
हिमांशु Kulshrestha
तस्वीर लेना भी
ज़रूरी है
आईना, गुज़रे हुए
लम्हे नहीं दिखाता है
समेट लो, हर लम्हे को
जो चला गया
वो मंजर लौट कर
कब आता है
हिमांशु Kulshrestha