समेट लो खुद को
समेट लो खुद को
तुमने लगाया
ऐड़ी-चोटी का जोर
कड़ी की मशक्कत
मुझे तोड़ने के लिए
मुझे बिखेरने के लिए
लेकिन मैं
ना तो टूटा
ना ही बिखरा
सिर्फ हार गया
तुम्हारे छलतंत्र से
और हां तुम
जीत कर भी टूट गए
बिखर गए
समेट लो खुद को
समेट सको तो
-विनोद सिल्ला©