समुद्र किसे कहते हैं?
पहले हम किसी का भी नाम करण उसके गुण, धर्म, और सर्वभाव को देखकर रखते थे। समुद्र का नाम भी उनके कर्म और धर्म को परख कर ही रखा गया है। समुद्र में सबको अपने अंदर समाने की शक्ति होती है। और धर्म भी बहुत बड़ा है,कि उसमें कभी भी बाढ़ नही आती है। उसके अंदर कई रहस्य विद्यमान है।
समुद्र का अर्थ है कि सभी को साथ लेकर चलने की शक्ति होती है। और कभी किसी का विरोध नही करता है। अपने अनुसार सभी को अपनी, अपनी जगह स्थापित कर देता है।यह विशेषता समुद्र में पाई जाती है। समुद्र की गहराई भी आज तक कोई बता नहीं पाया। जिसकी कोई थाह न ले सकता हो वह समुद्र कहलाता है।
समुद्र के अंदर बहुत सारी विशेषताएं पाई जाती है। वैज्ञानिकों ने समुद्र के बारे में कई प्रकार की खोजें की है।जिसे हम समुद्र विज्ञान कहते हैं।