समानता
“जाइये , आप नही समझेंगे”
के बाद
आपका “मौन धारण” , या ‘ हाँ , तुम ठीक कहती हो”
और
“अरे, तुम नही समझोगी”
के बाद
उनके द्वारा आधे घंटे तक की गई प्रश्नों की बौछार और आपकी नाकाफी सफाई।
ने यही सिखाया है
कि समानता के संवाद
सिर्फ बराबर वालो मे जँचते हैं।