समाज सुधारक
समाज सुधारक
उनकी गणना बड़े समाज सुधारकों में होती है। दहेज देना और लेना दोनों को ही वे पाप समझते हैं। यही कारण है कि उन्होंने जहाँ अपनी दोनों बेटियों की शादी में कुछ भी दहेज नहीं दिया, वहीं तीनों बेटों की शादी में कुछ भी दहेज नहीं लिया।
वैसे उनका कहना है कि यह तो महज एक संयोग ही है कि उनकी तीनों बहुएँ अपनी माता-पिता की इकलौती संतान हैं।
-डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा
रायपुर, छत्तीसगढ़