समस्या
समस्याओं की प्रकृति है
ये बार-बार आयेंगे,
है मनुष्यो में जागृति तो
इसे हर बार हरायेगें,
न बदले अगर परिस्थिति
तो बदल लो अपनी मनःस्थिति,
माना समस्या खत्म न होगी संपूर्ण
लेकिन लड़ने की शक्ति से होंगे हम परिपूर्ण,
नहीं है समस्या का कोई भी किनारा
परिष्कृत बुद्धि इनसे लड़ने का एक सहारा ।
।। रुचि दूबे।।