समस्त जगतकी बहर लहर पर,
समस्त जगतकी बहर लहर पर,
शुभ्र -ज्योत्सना सी थिरकेगी।
मेरी प्यारी अभिसारी हिंदी,
मस्तक गर्व ज्ञान की बिंदी।।
नीलम शर्मा ✍️
समस्त जगतकी बहर लहर पर,
शुभ्र -ज्योत्सना सी थिरकेगी।
मेरी प्यारी अभिसारी हिंदी,
मस्तक गर्व ज्ञान की बिंदी।।
नीलम शर्मा ✍️