“समर्पित फेसबूक मित्रों को”
“समर्पित फेसबूक मित्रों को”
==================
बने हो मित्र जो मेरे, मुझे स्वीकार कर लेना !
मेरी खुशियाँ भरी सौगात, अपने उर में तुम रखना !!
बड़ों को है नमन मेरा, अनुज तुम स्नेह पा लेना !
जो मेरे साथ के साथी, वो मेरा नमस्कार ले लेना !!
@ डॉ लक्ष्मण झा परिमल