Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Feb 2021 · 1 min read

समर्पित प्रेम

मैं कहता हूं कसम से तुमसे ही मैं प्यार करता हूं ,
दीवाना हूं तुम्हारा खुद को तुम पर वार करता हूं ,
मैं कहता हूं जमाने से तुम्ही तो जान हो मेरी ,
यह मेरा दिल जो कहता है वही इजहार करता हूं ।

मोहब्बत कर तो ली तुमसे मगर तुम रास ना लाई ,
तुम्हारे दिल को मेरी धड़कनों के पास ना लाई ,
मैं तो समझा था कि तुम भी मुझे ही प्यार करती हो ,
मगर मेरी समझ पर तुम कोई विश्वास ना लाई ।

मैं चाहूंगा तुम्हें फिर भी दूर मुझसे भले जाओ ,
किसी भी और कि चाहे पनाहों में चले जाओ ,
मैं समझूंगा मेरी किस्मत में तेरा प्यार ना होगा ,
भले ही प्यार ना दो तो तुम्हारा बेर दे जाओ ।

तुम्हारे बैर को पाकर मैं अपने गम छुपा लूंगा ,
ये दिल रोया अगर तो अश्क को खुद ही दबा लूंगा ,
ना पाया प्यार तेरा इसका मुझको गम नहीं होगा ,
मैं खुद किस्मत हूँ पाया बेर ये ही मन मना लूंगा।

मेरा ये दिल तुम्हारी फिर भी हरदम चाह रक्खेगा ,
तुम्हारी खुशनसीबी की ही ये परवाह रक्खेगा ,
रहोगी खुश हमेशा ही ये होगी कामना मेरी ,
दुआओं में तुम्हें “कान्हा” सदा आबाद रक्खेगा ।

?सर्वाधिकार सुरक्षित?

कान्हा सोनी “रसिया’…… ✍

9 Likes · 59 Comments · 604 Views

You may also like these posts

गहराई
गहराई
पूर्वार्थ
मुझे तुमसे अनुराग कितना है?
मुझे तुमसे अनुराग कितना है?
Bodhisatva kastooriya
आपणौ धुम्बड़िया❤️
आपणौ धुम्बड़िया❤️
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
.....बेचारा पुरुष....
.....बेचारा पुरुष....
rubichetanshukla 781
**मन मोही मेरा मोहिनी मूरत का**
**मन मोही मेरा मोहिनी मूरत का**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
अपने हक की धूप
अपने हक की धूप
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
शब्द
शब्द
Mandar Gangal
*जो भी अपनी खुशबू से इस, दुनिया को महकायेगा (हिंदी गजल)*
*जो भी अपनी खुशबू से इस, दुनिया को महकायेगा (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
पारितन्त्र
पारितन्त्र
Madhuri mahakash
--कहाँ खो गया ज़माना अब--
--कहाँ खो गया ज़माना अब--
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
*वक़्त का एहसान*
*वक़्त का एहसान*
Pallavi Mishra
है हार तुम्ही से जीत मेरी,
है हार तुम्ही से जीत मेरी,
कृष्णकांत गुर्जर
ईश्वर की अजीब लीला है...
ईश्वर की अजीब लीला है...
Umender kumar
बुंदेली दोहा-सुड़ी (इल्ली)
बुंदेली दोहा-सुड़ी (इल्ली)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
■ साल चुनावी, हाल तनावी।।
■ साल चुनावी, हाल तनावी।।
*प्रणय*
!! युवा !!
!! युवा !!
Akash Yadav
जब कोई व्यक्ति विजेता बनने से एक प्वाइंट या एक अंक ही महज दू
जब कोई व्यक्ति विजेता बनने से एक प्वाइंट या एक अंक ही महज दू
Rj Anand Prajapati
वो है संस्कृति
वो है संस्कृति
उमा झा
AE888 - Nhà Cái Nổi Bật Với Hệ Thống Nạp/Rút Linh Hoạt, Hệ T
AE888 - Nhà Cái Nổi Bật Với Hệ Thống Nạp/Rút Linh Hoạt, Hệ T
AE888
हे राम तुम्हारे आने से बन रही अयोध्या राजधानी।
हे राम तुम्हारे आने से बन रही अयोध्या राजधानी।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
उत्तंग पर्वत , गहरा सागर , समतल मैदान , टेढ़ी-मेढ़ी नदियांँ , घने वन ।
उत्तंग पर्वत , गहरा सागर , समतल मैदान , टेढ़ी-मेढ़ी नदियांँ , घने वन ।
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
नौ दिन
नौ दिन
Dr.Pratibha Prakash
कितने बदल गये
कितने बदल गये
Suryakant Dwivedi
नज़र से तीर मत मारो
नज़र से तीर मत मारो
DrLakshman Jha Parimal
" मानसून "
Dr. Kishan tandon kranti
*तृण का जीवन*
*तृण का जीवन*
Shashank Mishra
रोना भी जरूरी है
रोना भी जरूरी है
Surinder blackpen
*राम पंथ अति उत्तम सतपथ*
*राम पंथ अति उत्तम सतपथ*
Rambali Mishra
समय के हाथ पर ...
समय के हाथ पर ...
sushil sarna
23/112.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/112.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...