समर्पण
जीने की खातिर जितना ही साँस ज़रूरी है,
उसी तरह मन में रूमानी एहसास ज़रूरी है।।
मोहब्बत होने से पहले मन में प्रेम ,समर्पण,
और एक-दूसरे पे होना विश्वास ज़रूरी है।।
जीने की खातिर जितना ही साँस ज़रूरी है,
उसी तरह मन में रूमानी एहसास ज़रूरी है।।
मोहब्बत होने से पहले मन में प्रेम ,समर्पण,
और एक-दूसरे पे होना विश्वास ज़रूरी है।।