Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 May 2023 · 1 min read

समर्पण

समर्पण मतलब
सब कुछ अर्पण
जब होता सब कुछ अर्पण
तब कहलाता पूर्ण समर्पण।
नन्हा बच्चा करता मां पर
अपना सब कुछ अर्पण,
शिष्य करें गुरु पर अपना,
सब कुछ अर्पण।
पत्नी का होता प्रियतम को
अपना सर्वस्व समर्पण।
भक्त करें अपने तन मन को,
हरि चरणों में अर्पण।
सैनिक करे देह को अपनी
जन्मभूमि पर समर्पण।
हम क्या हैं,ये देखें
रखें पास में दर्पण।
जन्म दिया जिन मात पिता ने
कुछ तो करें उन्हें अर्पण।
निष्ठा हो ईश पर अपनी
ध्याएं पूर्ण समर्पण।

रामनारायण कौरव

Language: Hindi
219 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from रामनारायण कौरव
View all
You may also like:
It was separation
It was separation
VINOD CHAUHAN
ये आप पर है कि ज़िंदगी कैसे जीते हैं,
ये आप पर है कि ज़िंदगी कैसे जीते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जनता
जनता
Sanjay ' शून्य'
जीवन हो गए
जीवन हो गए
Suryakant Dwivedi
ईश्वर के प्रतिरूप
ईश्वर के प्रतिरूप
Dr. Pradeep Kumar Sharma
अधूरे रह गये जो स्वप्न वो पूरे करेंगे
अधूरे रह गये जो स्वप्न वो पूरे करेंगे
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
हिन्दू एकता
हिन्दू एकता
विजय कुमार अग्रवाल
अनसुलझे किस्से
अनसुलझे किस्से
Mahender Singh
आज कल ट्रेंड है रिश्ते बनने और छुटने का
आज कल ट्रेंड है रिश्ते बनने और छुटने का
पूर्वार्थ
Acrostic Poem- Human Values
Acrostic Poem- Human Values
jayanth kaweeshwar
ऐसे यूं ना देख
ऐसे यूं ना देख
Shashank Mishra
*स्वच्छ गली-घर रखना सीखो (बाल कविता)*
*स्वच्छ गली-घर रखना सीखो (बाल कविता)*
Ravi Prakash
2723.*पूर्णिका*
2723.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सकुनी ने ताउम्र, छल , कपट और षड़यंत्र रचा
सकुनी ने ताउम्र, छल , कपट और षड़यंत्र रचा
Sonam Puneet Dubey
दायित्व
दायित्व
TAMANNA BILASPURI
संस्कारी बच्चा-   Beby तुम बस एक साल रह लो कुॅवांरी,
संस्कारी बच्चा- Beby तुम बस एक साल रह लो कुॅवांरी,
Shubham Pandey (S P)
दुनिया में कहीं से,बस इंसान लाना
दुनिया में कहीं से,बस इंसान लाना
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बरसो रे बरसो, बरसो बादल
बरसो रे बरसो, बरसो बादल
gurudeenverma198
इतने दिनों के बाद
इतने दिनों के बाद
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
"कलम"
Dr. Kishan tandon kranti
होठों पे वही ख़्वाहिशें आँखों में हसीन अफ़साने हैं,
होठों पे वही ख़्वाहिशें आँखों में हसीन अफ़साने हैं,
शेखर सिंह
रिश्ता
रिश्ता
Santosh Shrivastava
रमेशराज के दो लोकगीत –
रमेशराज के दो लोकगीत –
कवि रमेशराज
शराब
शराब
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
*ऐसा स्वदेश है मेरा*
*ऐसा स्वदेश है मेरा*
Harminder Kaur
नाकाम किस्मत( कविता)
नाकाम किस्मत( कविता)
Monika Yadav (Rachina)
हम सृजन के पथ चलेंगे
हम सृजन के पथ चलेंगे
Mohan Pandey
सड़ रही है उदासी तनहाई-संदीप ठाकुर
सड़ रही है उदासी तनहाई-संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
National YOUTH Day
National YOUTH Day
Tushar Jagawat
हमेशा तेरी याद में
हमेशा तेरी याद में
Dr fauzia Naseem shad
Loading...