Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jun 2023 · 1 min read

समय

सबको गिला है –
की हमे बहुत कम मिला है ।
अरे जरा ये तो सोचिए जनाब
जितना आपको मिला है
उतना कितनो को मिला है।

समय के टांगे में बैठे है
तो क्यों जख्मों को याद करे
बीते लम्हे बीत गए न ,
अब क्यो न नई शुरुवात करे
ए मुसाफिर …
भूल होनी थी हो गई अब कितना खुदको कोसेगा
नया सूरज निकल रहा है तो मुस्कुराकर जीते जा
ए मुसाफिर ….
बाहर तलाशे पर रब अंदर है तेरा
डरना फिजूल है जब तुझमें खुद हो हौसला
असली खुशी तू जरूर पाएगा ,
जब खुदसे प्यार कर पाएगा।
कभी न होगी तुझे कमी किसी चीज की
जब तू सिर्फ खुशियां बाटते जायेगा ।

-Prachi verma

Language: Hindi
1 Like · 119 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
डॉ. राकेशगुप्त की साधारणीकरण सम्बन्धी मान्यताओं के आलोक में आत्मीयकरण
डॉ. राकेशगुप्त की साधारणीकरण सम्बन्धी मान्यताओं के आलोक में आत्मीयकरण
कवि रमेशराज
महाकाल हैं
महाकाल हैं
Ramji Tiwari
इस दिल में .....
इस दिल में .....
sushil sarna
"Every person in the world is a thief, the only difference i
ASHISH KUMAR SINGH
,,
,,
Sonit Parjapati
"लोगों की सोच"
Yogendra Chaturwedi
कभी कभी
कभी कभी
Mamta Rani
*एक चूहा*
*एक चूहा*
Ghanshyam Poddar
हां वो तुम हो...
हां वो तुम हो...
Anand Kumar
हर तरफ़ रंज है, आलाम है, तन्हाई है
हर तरफ़ रंज है, आलाम है, तन्हाई है
अरशद रसूल बदायूंनी
इब्तिदा से हमें नहीं मतलब,
इब्तिदा से हमें नहीं मतलब,
Dr fauzia Naseem shad
बेचारी माँ
बेचारी माँ
Shaily
कण कण में है श्रीराम
कण कण में है श्रीराम
Santosh kumar Miri
जिसके पास ज्ञान है,
जिसके पास ज्ञान है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
4949.*पूर्णिका*
4949.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बेटी है हम हमें भी शान से जीने दो
बेटी है हम हमें भी शान से जीने दो
SHAMA PARVEEN
"एक नज़्म लिख रहा हूँ"
Lohit Tamta
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
चैन से रहने का हमें
चैन से रहने का हमें
शेखर सिंह
*उसी को स्वर्ग कहते हैं, जहॉं पर प्यार होता है (मुक्तक )*
*उसी को स्वर्ग कहते हैं, जहॉं पर प्यार होता है (मुक्तक )*
Ravi Prakash
बसंत
बसंत
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
महामारी एक प्रकोप
महामारी एक प्रकोप
Sueta Dutt Chaudhary Fiji
अवधी गीत
अवधी गीत
प्रीतम श्रावस्तवी
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हे मां शारदे ज्ञान दे
हे मां शारदे ज्ञान दे
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
अव्दय
अव्दय
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
क्या हुआ गर तू है अकेला इस जहां में
क्या हुआ गर तू है अकेला इस जहां में
gurudeenverma198
"पता नहीं"
Dr. Kishan tandon kranti
ग़ज़ल _ मैं रब की पनाहों में ।
ग़ज़ल _ मैं रब की पनाहों में ।
Neelofar Khan
औरत
औरत
Shweta Soni
Loading...