समय
समय रुकता नहीं
भागता जाता है
पीछे छोड़ता जाता है
कुछ यादें
कुछ पल चिन्ह
कुछ पद चिन्ह
कुछ प्रश्न चिन्ह
इन्हें पतझड़ में
पेड़ से गिरे
सूखे पत्तों सा
बटोरते रहो
समेटते रहो
एक एक पत्ता
एक एक पल सा
बांधते रहो
अपने आंचल में
सीने से लगाये रखो
जीवन के नये अंकुर शायद
फिर फूटेंगे
इसी आस में
यह पतझड़ का पेड़
बहार के इंतजार में
इस समय बिंदु पर
जिंदा हो।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001