***समय है ‘अनमोल’ ****
**समय का जानो मोल ,
है यह बहुत अनमोल,
हाथ नहीं फिर आएगा,
एक बार निकल जाने पर,
पछतावा ही रह जाएगा,
खाली हाथ रह जाने पर |
**कुछ नहीं कर तुम पाओगे,
एक बार निकल जाने पर,
शून्य में सिमट जाओगे,
कभी फिर न संभल पाओगे,
समय आया हुआ भी गँवाओगे,
मुट्ठी में कभी दोबारा इसे न पकड़ पाओगे|