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28 May 2022 · 1 min read

समय की चाल

समय की चाल में
बच्चे हमसे आगे निकल गए
हम पीछे रह गए,
प्रगतिशील युग में हम अपनी सोच,
कल्पना शक्ति में जीते रह गए
वक्त के आगे हम
आंखें भींचे रह गए
दिलों में जगह तो बहुत है
लेकिन खाली गलीचे रह गए
नफरत, झूठ, दुश्मनी, बुजदिली
आगे बढ़ गए
संवेदना, संस्कार,
संबंध, सौहार्द नीचे रह गए।

Language: Hindi
3 Likes · 4 Comments · 225 Views
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