समय अमूल्य***
जाग मानव, आज की मांग।
दुख दर्द मिटे आज की मांग।
जागृत चेतना,
दुखित वेदना।
त्याग ,छल, कपट,
पहन सत्य का चोला।
कर भला ,हो भला,
जीवन जीने की कला।
समय अमूल,
ना कर भूल।
शूलो पर बिछा दे फूल,
जीवन तेरा अमूल।
अंधकार में जला दे दीप,
मानव -मानव से कर प्रीत।
नारायण अहिरवार
अंशु कवि
सेमरी हरचंद, होशंगाबाद
,। मध्य प्रदेश