” समझ “
इच्छा क्या है ?
जो मैं चाहूँ वो पाऊँ
ये ?
या जो सब चाहें वो पाएँ
ये ?
दोनो का अन्तर जो जाने
वही जान गया ज़िन्दगी के माने ।
स्वरचित एवं मौलिक
( ममता सिंह देवा , 01 – 01 – 2012 )
इच्छा क्या है ?
जो मैं चाहूँ वो पाऊँ
ये ?
या जो सब चाहें वो पाएँ
ये ?
दोनो का अन्तर जो जाने
वही जान गया ज़िन्दगी के माने ।
स्वरचित एवं मौलिक
( ममता सिंह देवा , 01 – 01 – 2012 )